Saturday, 15 April 2017

शहीद स्मारक की असली कहानी

शहीद स्मारक

✎ पटना सचिवालय के निकट बने शहीद स्मारक की मूर्तियों के सृजन की कथा सचमुच रोचक है । इसे प्रसिद्ध मूर्तिकार देवी प्रसाद रायचौधरी के बनाया है । वे मद्रास क्लाविद्यालय के प्राचार्य तथा ललित कला अकादमी के अध्यक्ष रह चुके है । मूर्तियां कलापूर्ण हो ,इसकी पहल प्रख्यात शिल्पी उपेंद्र महारथी ने की थी । कला जगत में यह अनोखी घटना इसलिए थी की एक साथ कांसे की ढलाई भारत में संभवतः पहली बार हुआ हो ।

✎ मूर्ति को छोड़ कर नीचे की बीस फ़ीट ऊँची वेदी के चारो तरफ चुनार से लाये पत्थर बिठाये गए हैं ।

✎ यह सफलता भारतीय इतिहास में एक धरोहर के रूप में है ।

✎ बीस टन वजन की इन मूर्तियों को लाने में आठ हज़ार रुपये खर्च हुए थे ।

✎ मूर्तियां इतनी संपूर्ण बनी है कि उसमें कोई भी गलती नहीं निकाली जा सकती है । मूर्ति का जो संयोजन है,वह अद्द्भुत है.साथ साथ वह बहुत कठिन भी है ।

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