गांधी के शांति प्रयासों का गवाह है एएन सिन्हा इंस्टिट्यूट स्थित भवन
- पटना के गांधी मैदान के उत्तर एएन सिन्हा इंस्टिट्यूट में आने वाले लोगों में बहुत कम लोगों को पता होगा कि उसी परिसर में पश्चिम की ओर एक जीर्ण-शीर्ण भवन भी है जिसने करीब 40 दिनों तक महात्मा गांधी की मेजबानी की थी । उनके साथ खान अब्दुल गफ्फार खान भी थीं।
- जब 1945-46 में यह लगभग तय हो गया था कि अंग्रेज़ अब इस देश को छोड़ कर चले जायेंगे ।
- उसी वक़्त एक त्रासदी भी संभाव्य हो गयी थी ।देश के विभिन्न क्षेत्रों में हिन्दू मुस्लिम दंगों की सुरुआत हो गयी थी । इस सांप्रदायिक आग में बिहार के गाँव भी सुलग रहे थे । चारो मार काट मची थी ।
- इन्ही दिनों महात्मा गांधी अपने कुछ सहयोगियों निर्मल कुमार बोस,मनु गांधी,सैयद अहमद,देव प्रकाश नायर के साथ 5 मार्च 1947 को पटना आकर सैयद मोहम्मद के इसी घर में ठहरें । गांधी ने यहीं रहकर डॉ राजेंद्र प्रसाद,डॉ अनुग्रह नारायण सिन्हा और ऐसे ही और गणमान्य नेताओं से बिहार की स्थिति की जानकारी ली ।
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